विद्यार्थियों में यौन शिक्षा जागरूकता का अध्ययन

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यौन शिक्षा का ज्ञान उतना ही जरूरी है, जितना कि दूसरे विषयों का ज्ञान होना जरूरी है। हमारे देश में काॅलेज तक में सेक्स एजुकेशन के बारे में नहीं बताया जाता है, जिसके परिणामस्वरूप सेक्स एजुकेशन से जुड़ी भ्रान्तियाँ, सेक्स संबंन्धी अन्धविश्वास और इससे जुड़ी कई समस्याऐं उत्पन्न होती है। परम्परागत रूप से हमारी संस्कृति में किशोरों को यौन संबंधों के बारे में जानकारी नहीं दी जाती है वास्तव में इस मुद्दे पर बात करना भी वर्जित माना जाता है लोग मानते हैं कि शादी से पहले यौन क्रियाओं के बारे में जानना जरूरी नहीं होता है लेकिन समय बदलने के साथ ही यौन संबंधों को लेकर धारणा भी बदली है। ॅण्भ्ण्व्ण् के अनुसार 12 वर्ष और उससे अधिक उम्र के बच्चों पर यौन शिक्षा दी जानी अनिवार्य है। एक आंकड़े के अनुसार एच. आई. वी. संक्रमित व्यक्तियों में से 34ः 1 से 19 आयु वर्ग के है।

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