उच्च सांवेगिक समायोजन एवं निम्न सांवेगिक समायोजन वाले किशोर विद्यार्थियो की अध्ययन आदतों का अध्ययन

प्रस्तावना सूर्य का प्रकाश पाकर कमल का फूल खिल उठता है तथा सूर्य अस्त होने पर कुम्हला जाता है, ठीक उसी प्रकार शिक्षा के प्रकाश को पाकर बालक कमल के फूल की भांति खिल उठता है। शिक्षा वह प्रकाश है जिसके द्वारा बालक की बौद्धिक, शारीरिक, मानसिक एवं आध्यात्मिक शक्तियों का विकास होता है। जाॅन डी.वी. के ...

READ MORE +
राजस्थान में समेकित बाल विकास परियोजना के क्रियान्वयन की स्थिति का अध्ययन

प्रस्तावनाः- बच्चें समाज के लिये सामाजिक पूँजी का आधार होते है। बच्चों का पालन-पोषण उसके माता-पिता की आर्थिक एवं सामाजिक जागरूकता पर निर्भर करता है। परन्तु लोकतांत्रिक देश मे यह जिम्मेदारी केवल माता-पिता पर ही नहीं अपितु राज्य पर भी है। इसलिये भारत के संविधान के अनुच्छेद 45 मे 0-6 वर्ष तक के ...

READ MORE +
कोटा संभाग में स्थित बहुविषयक शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों में कार्यरत सहायक आचार्यो की शिक्षण प्रभावशीलता का अध्ययन

प्रस्तावना किसी भी शिक्षा प्रणाली के उद्देश्यों की प्राप्ति में शिक्षक-विद्यार्थी एवं पाठ्यक्रम तीनों अव्यवों का अलग-अलग एवं सम्मिलित योगदान होता है। इनमें से एक की शिक्षा प्रणाली को अधूरा स्वरूप प्रदान करती है तथा एक का भी असहयोग होने पर शैक्षिक उद्देश्यों की प्राप्ति असंभव है। शिक्षण अधिगम ...

READ MORE +
शिक्षा के पथप्रदर्शकों के प्रति कृतज्ञताः स्कूल शिक्षकों और स्कूल प्रबंधन समिति के योगदान पर एक अध्ययन

शिक्षक न केवल ज्ञान देते हैं बल्कि बच्चों के व्यक्तित्व का विकास भी करते हैं। स्कूल के अधिकारी प्रशासनिक पहलुओं को संभालते हुए शिक्षकों को एक अनुकूल वातावरण प्रदान करते हैं। शिक्षक और अधिकारी दोनों ही शिक्षा के पवित्र मंदिर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हमारे जीवन में शिक्षकों का योगदान अमूल्य ...

READ MORE +
Guidance and counselling of children with special needs

A study on depression among Indian universities found that 37.7%, 13.1%, and 2.4% of the students were suffering from moderate, severe, and extremely severe depressions, respectively. This study stresses the need for mental health support services to these students immediately. Over 300 million ...

READ MORE +
भारतीय शिक्षा प्रणाली में बौद्धिक अक्षमता वाले बच्चों के लिए समावेशी शिक्षण पद्धतियाँ

भारतीय शिक्षा प्रणाली में बौद्धिक अक्षमता वाले बच्चों के लिए समावेशी शिक्षण पद्धतियाँ बहुत महत्वपूर्ण हैं। इन पद्धतियों का मुख्य उद्देश्य इन बच्चों को समान शैक्षिक अवसर प्रदान करना  जिससे सामान्य बच्चों के साथ एक ही कक्षा में शिक्षा प्राप्त कर सकें और समाज में समाविष्ट हो सकें। समावेशी शिक्षा के ...

READ MORE +
edusanchar.com
Logo