वैदिक कालीन शिक्षा प्रणाली की वर्तमान शिक्षक शिक्षा प्रणाली में प्रासंगिकता

‘‘शिक्षा मनुष्य को न केवल संस्कारवान बनाती है। बल्कि व्यक्ति में सामाजिक गुणों का विकास करती है।‘‘ यह विचारधारा पौराणिक काल (वैदिक काल) से चली आ रही है। हमारे विचारों में हम जो आज हमारे आस-पास के वातावरण को देखते है तथा प्रौद्योगिकी एवं नवीन आविष्कारों से स्वयं को प्रभावित मानते है वह आज के ज्ञान ...

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भूजल संचयन पुनर्भरण एवं प्रबंधन

इस समस्या से निपटने के लिए जल प्रबंधन के साथ-साथ भूजल संचयन एवं पुर्नभरण पर भी विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। भूजल संचयन एवं पुर्नभरण के लिए क्षेत्र के अनुरूप प्राकृतिक अथवा कृत्रिम तकनीकों को अपनाया जा सकता है। कृषि क्षेत्र, आवासीय क्षेत्र एवं छोटे औद्योगिक क्षेत्र में भी जल प्रबंधन के लिए ...

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शिक्षक-प्रशिक्षण संस्थानों में कार्यरत शिक्षकों की शिक्षण दक्षता का विद्यार्थियों की शैक्षिक उपलब्धि, अभिप्रेरणा तथा सृजनात्मकता पर प्रभाव का अध्ययन

प्रस्तुत शोध में शिक्षक-प्रशिक्षण संस्थानों में कार्यरत शिक्षकों की शिक्षण दक्षता का विद्यार्थियों की शैक्षिक उपलब्धि, अभिप्रेरणा तथा सृजनात्मकता पर प्रभाव का अध्ययन किया है। जिसमें शोधार्थी को प्राप्त हुआ कि सहशिक्षा शिक्षा शिक्षक-प्रशिक्षण संस्थानों तथा महिला शिक्षक-प्रशिक्षण संस्थानों दोनों में ...

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भारत के आर्थिक विकास में बैंकों की भूमिका

परिवर्तन एवं विकास विश्व की सार्वभौमिक प्रक्रिया है। आज विश्व के प्रायः सभी विकासशील देश आर्थिक नियोजन के आधार पर अपना विकास करने का प्रयत्न कर रहे हैं आर्थिक नियोजन के कार्यक्रमों को पूरा करने के लिये विशाल पूंजी की आवश्यकता होती है।वित्तीय आवश्यकताओं की पूर्ति के लिये हमें बैंकों पर निर्भर होना ...

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कोटा विश्वविद्यालय से सम्बद्धता प्राप्त शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालयों के सहायक आचार्यों की शिक्षण अभिक्षमता का प्रशिक्षणार्थियों की शैक्षिक उपलब्धि पर प्रभाव का अध्ययन

प्रस्तुत शोध अध्ययन में कोटा विश्वविद्यालय से सम्बद्धता प्राप्त शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालयों के सहायक आचार्यों की शिक्षण अभिक्षमता का प्रशिक्षणार्थियों की शैक्षिक उपलब्धि पर प्रभाव का अध्ययन किया गया है। अध्ययन हेतु शोधकर्ता ने सर्वेक्षण विधि का प्रयोग किया। प्रदत्तों के संकलन हेतु डा. आर.पी. ...

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शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालयों के सहायक आचार्यों की कार्य सन्तुष्टि का प्रशिक्षणार्थियों की शैक्षिक उपलब्धि पर प्रभाव का अध्ययन

प्रस्तुत शोध अध्ययन का मुख्य उद्देश्य, सहायक आचार्यों की कार्य सन्तुष्टि का प्रशिक्षणार्थियों की शैक्षिक उपलब्धि पर पड़ने वाले प्रभाव का अध्ययन करना था। शोधकर्ता ने इसके लिए हाड़ौती के 30 शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालयों के सहायक आचार्यों जिनमें 150 शहरी क्षेत्र एवं 150 ग्रामीण क्षेत्र से न्यादर्श के ...

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शिक्षक शिक्षा के विकास में बी.एड. पाठ्यक्रम की प्रासंगिकता

समाज और राष्ट्र की प्रगति का प्रतिबिम्ब होती है। यह समाज, राष्ट्र व विश्व की शक्ति है जो एकता, सुख और समृद्धि के आधार के रूप में राष्ट्र को गौरवान्वित करती है। शिक्षक शिक्षा का मुख्य ध्येय अध्यापक का सर्वांगीण विकास करना होता है इसे प्राप्त करने के लिए अध्यापक के मानसिक स्तर, बौद्धिक क्षमता ...

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श्रीरामचरितमानस एवं श्रीमद्भगवद्गीता में निहित शैक्षिक मूल्यों की वर्तमान परिप्रेक्ष्य में प्रासंगिकता – एक अध्ययन

मुनि वेद व्यास की पावन वाणी, लीला प्रभु की जिसने जानी। सब पापों को धोने वाली, सरिता है ये भक्तिज्ञान की।। शुक्रदेव मुनि ने जिसको गाया, कलयुग में यह मार्ग बताया। हरि चरणों में शरण दिलाती, नौका है, बैकुण्ठ धाम की।। मोह ममता को दूर हटाती, सबको प्रभु का मार्ग दिखाती। भव बन्धन से मुक्त कराती, नौका ऐसी ...

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