
कोटा के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित राजकीय एवं गैर राजकीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों की व्यावसायिक संतुष्टि एवं प्रभावकता का तुलनात्मक अध्ययन
प्रस्तुत शोध में राजकीय एवं गैर राजकीय विद्यालय में कार्यरत शिक्षकों की व्यावसायिक संतुष्टि एवं प्रभावकता का तुलनात्मक अध्ययन किया हैं जिसमें शोधार्थी को निष्कर्ष प्राप्त हुए है कि राजकीय विद्यालय के शिक्षक शहरी क्षेत्र एवं ग्रामीण क्षेत्र में गैर राजकीय विद्यालय के शिक्षकों से अधिक संतुष्ट पाए गए हैं। दोनों की व्यावसायिक संतुष्टि में अन्तर पाया गया हैं परन्तु प्रभावकता में राजकीय विद्यालय की अपेक्षा गैर राजकीय विद्यालय के शिक्षक अधिक प्रभावी शिक्षण करते पाए गए है। ग्रामीण क्षेत्रों की राजकीय महिला शिक्षक गैर राजकीय विद्यालय की महिला शिक्षकों की अपेक्षा अधिक प्रभावी शिक्षण करते पाए गए हैं। शिक्षक समाज के लिए पथ-प्रदर्शक के रूप में स्वीकार किए जाते हैं। अतः उन्हें भी समानता का अधिकार प्राप्त हो। उनकी व्यावसायिक संतुष्टि के लिए वेतन वृद्धि, कार्य की अवधि, अवकाश इत्यादि पर ध्यान देने की अति आवश्यकता है। जब शिक्षक अपने व्यवसाय के प्रति संतुष्टि रखे तो वह शिक्षा के सभी स्तरों पर दायित्वों को पूर्णरूप से निर्वाह कर सकेगा। शिक्षक का जीवन चुनौतियों से भरा होता है। उसके कधों पर राष्ट्र की भावी पीढ़ी के निर्माण का दायित्व होता है। अतः वह तभी पूर्ण रूप से पूरा कर सकेगे जब उसकी व्यावसायिक संतुष्टि उच्च स्तर की होगी एवं उनकी शिक्षण प्रभावकता प्रभावी हो।